संत ईश्वर विशिष्ट सम्मान से नवाजे गए इसरो के वैज्ञानिक- फोटो : अमर उजाला
चंद्रयान व सूर्य अभियान से जुड़े इसरो के वैज्ञानिकों को संत ईश्वर विशिष्ट सम्मान प्रदान किया गया। साथ ही देश के सुदूर स्थानों पर सेवा कर रहे 18 समाजसेवियों, संस्थाओं को संत ईश्वर सम्मान दिया गया। सामाजिक सेवा संगठन संत ईश्वर फाउंडेशन व राष्ट्रीय सेवा भारती ने ये सम्मान प्रदान किया।
सोमवार को नवनिर्मित राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर में स्थित सुब्रह्मण्यम ऑडिटोरियम पूसा संस्थान में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला मुख्य अतिथि थे, केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सुरेश भैय्या जी जोशी विशिष्ट अतिथि थे। इस दौरान खैराती लाल खन्ना को समर्पित कविता संग्रह जीवन संग्राम का विमोचन किया गया। पानीपत से आए बच्चों के समूह ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी।
समारोह में उन व्यक्तियों व संस्थाओं को सम्मानित किया गया जो अपने जीवन में प्रचार-प्रसार से दूर रहकर केवल समाज की सेवा में राष्ट्र निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि चंद्रयान-3 व आदित्य एल-1 की सफलता ने भारतीयों का सम्मान विश्व में बढ़ा दिया है। इस दौरान जनजातीय क्षेत्र में रूरल एजुकेशन एंड डेवलपमेंट सोसाइटी जशपुर, छत्तीसगढ़ को विशिष्ट सेवा सम्मान, आदिवासी जनजातीय बच्चों के बौद्धिक, शारीरिक, मानसिक, शैक्षणिक और आर्थिक स्तर को सुधारने में कृत संकल्प देशज प्रतिष्ठा को संत ईश्वर सेवा सम्मान, धनुर्विद्या में पारंगत गुरु शिष्य परंपरा के संवाहक के गोविंदन व बिनीता जिगडुंग को संत ईश्वर सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया।
इसी प्रकार से सुनील अर्जुन शिंदे, राम चरण लोधा, गोपाल डोडिया, भानुप्रिया भट्ट, अर्चना शर्मा, आचार्य अर्चना सुमेधा, तेजस्विनी सेवा प्रतिष्ठान, सुमित कुमार, गुरुग्राम के द अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन, सुंदरम तिवारी, पवन कुमार, नजफगढ़ की 95 वर्षीय एथलीट भगवानी देवी डागर को सम्मानित किया गया। संत ईश्वर फाउंडेशन के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने बताया कि संत ईश्वर सम्मान आठ साल से दिया जा रहा है। इस सम्मान के तहत देशभर के 30 राज्यों के 118 लोगों, संस्थाओं को सम्मान स्वरूप 2.25 करोड़ सम्मान राशि दी गई है।