संत ईश्वर फाउंडेशन ने इसरो वैज्ञानिकों से लेकर जल संरक्षकों तक को किया सम्मानित

सर्जना शर्मा

पहले लोग पुरस्कारों तक पंहुचते थे अब पुरस्कार लोगों तक पहुंच रहे हैं – भैय्या जी जोशी

नयी दिल्ली ः संत ईश्वर फाउंडेशन और राष्ट्रीय सेवा भारती ने समाज और राष्ट्र निर्माण में प्रचार-प्रसार से दूर रहकर योगदान दे रही 18 विभूतियों को अपने वार्षिक समारोह में सम्मानित किया। अपनी स्थापना के 9वें वर्ष में फाउंडेशन ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को विशेष सम्मान दिया। चंद्रयान-3 और आदित्य एल1 की सफलता के लिए इसरो वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया। जनजातीय क्षेत्र में रूरल एजुकेशन एंड डेवलपमेंट सोसाइटी, जशपुर को (विशिष्ट सेवा सम्मान), आदिवासी जनजातीय बच्चों के बौद्धिक, शारीरिक और आर्थिक स्तर को सुधारने में कृत संकल्प, धनुर्विद्या में पारंगत गुरु शिष्य परंपरा के संवाहक केरल के. गोविंदन और नागालैंड की बिनिता जिगडुंग, किसानों के लिए उपयोगी कृषि उपकरण बनाने वाले महाराष्ट्र के सुनील अर्जुन राव शिंदे को ग्रामीण क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया। ग्रामीण क्षेत्र में ही योगदान दे रहे राजस्थान के रामचरण लोधा, पातालचंडी कल्याण समिति, पश्चिम बंगाल और उज्जैन के गोपाल डोंडिया को जल संरक्षण व वृक्षारोपण के लिए सेवा सम्मान दिया गया।

एक रुपया प्रति महीने की दर से समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा दे रही जोधपुर की भानु प्रिया भट्ट को महिला एवं बाल विकास सम्मान दिया गया। इसी श्रेणी में मध्यप्रदेश की अर्चना शर्मा और अमरोहा की आचार्या डॉ. सुमेधा को सम्मानित किया गया। तेजस्विनी सेवा प्रतिष्ठान छत्तीसगढ़ की कुष्ठ रोग से पीड़ित बालिकाओं के स्वास्थ्य के लिए प्रयासरत संस्थान, बिहार के सुमित कुमार तुरहपाड़ी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लायी गयी पार्थिव देहों से कपड़े, पैसे, फल इत्यादि लूटने वाले बच्चों को शिक्षा दीक्षा दे रहे हैं। द अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन गुरुग्राम के रवि कालरा को भी सम्मानित किया गया। साइकिल यात्रा से 18000 किलोमीटर, 28 राज्यों को कवर करके 2,02,743 पेड़ लगाने वाले उत्तर प्रदेश के सुंदरम तिवारी , कृषि की प्राचीन व पारंपरिक विधियों पर शोध कार्य कर रहे कोटा के पवन कुमार, दिल्ली की एथलीट दादी ‘सन्मार्ग अपराजिता’ भगवानी देवी डागर को संत ईश्वर सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया।

सम्मान समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला , केंद्रीय विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह स्वामी चिदानंद सरस्वती अध्यक्ष और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सर कार्यवाह सुरेश भैय्या जी जोशी उपस्थित थे। भैय्या जी जोशी ने कहा एक समय था जब लोग सम्मान के लिये काम करते थे, लेकिन आज भारत सरकार और संत ईश्वर संस्थान के माध्यम से सम्मान लोगों को ढूंढते हुए उनके पास जा रहे हैं, चाहे वह पद्मश्री, पद्मभूषण, भारत रत्न या संत ईश्वर सेवा सम्मान हो। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा संत ईश्वर फाउंडेशन समाज के आर्थिक, सामाजिक रूप से पिछड़े और वंचित लोगों के जीवन में बदलाव के लिए कार्य कर रहा है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि संत ईश्वर फाउंडेशन समाज सेवियों को सामने लाने का काम कर रही है।