भागवत ने कहा की आजादी के बाद ७५ वर्ष में जितना आगे बढ़ना चाहिए था , उतना आगे हम नहीं बढ़ पाएं जिस दिशा में देश को आगे ले जाना चाहिए था , उस दिशा में और उस रास्ते पर नहीं चले इसलिए नहीं बढ़ पाए